कोहली, विलियमसन या अमला – वनडे में सबसे तेज़ 7000 रन का असली किंग कौन?

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India v New Zealand - ICC Cricket World Cup 2019 Semi-Final - Source: Getty

क्रिकेट की दुनिया में नए रिकॉर्ड बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन कुछ ऐसे रिकॉर्ड होते हैं जो खेल प्रेमियों को खासा रोमांचित कर देते हैं। हाल ही में केन विलियमसन ने ऐसा ही एक रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 7000 रन बनाने के मामले में विराट कोहली को पीछे छोड़ दिया। यह उपलब्धि उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी और निरंतरता का प्रमाण है। आइए जानते हैं उन तीन दिग्गज बल्लेबाजों के बारे में, जिन्होंने यह कारनामा सबसे कम पारियों में किया है।


3. विराट कोहली – 161 पारियां

विराट कोहली का नाम आधुनिक क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार है। तीनों फॉर्मेट में उनकी Consistency और क्लास कमाल की है। कोहली ने वनडे क्रिकेट में 7000 रन पूरे करने के लिए 161 पारियां ली थीं। उनकी शानदार बल्लेबाजी और मैच फिनिश करने की काबिलियत उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाती है। अभी तक उन्होंने वनडे में 50 शतक और 72 अर्धशतक लगाए हैं, जो यह साबित करता है कि क्यों उन्हें "किंग कोहली" कहा जाता है।


2. केन विलियमसन – 159 पारियां

केन विलियमसन की बल्लेबाजी की सबसे खास बात उनकी टेक्निक और धैर्य है। उन्होंने केवल 159 पारियों में 7000 रन पूरे किए, जिससे वे विराट कोहली को पीछे छोड़ते हुए इस सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए। उनकी कप्तानी और शांत स्वभाव उन्हें एक शानदार क्रिकेटर बनाता है। वनडे फॉर्मेट में उनका औसत 49.65 है, जो दर्शाता है कि वे कितने कंसिस्टेंट रहे हैं।


1. हाशिम अमला – 150 पारियां

अगर बात की जाए सबसे तेज 7000 रन बनाने की, तो इस लिस्ट में टॉप पर आते हैं दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज हाशिम अमला। उन्होंने महज 150 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी, जो दिखाता है कि वे कितने क्लासिक बल्लेबाज थे। अमला की बल्लेबाजी में आक्रामकता और तकनीक का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलता था। उनके नाम वनडे क्रिकेट में 27 शतक और 39 अर्धशतक दर्ज हैं।


केन विलियमसन का यह रिकॉर्ड उनके बेहतरीन करियर को दर्शाता है, लेकिन मुझे लगता है कि विराट कोहली का प्रभाव क्रिकेट पर ज्यादा गहरा रहा है। हालांकि, हाशिम अमला का रिकॉर्ड अब भी सबसे ऊपर है, जिसे तोड़ना आसान नहीं होगा। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में कोई नया बल्लेबाज इस रिकॉर्ड को तोड़ पाता है या नहीं!


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